- अस्थमा के मरीज इस वक्त सर्वाधिक ध्यान रखें
- मास्क सभी पहनें, ओपीडी में बढ़ रहे हैं मरीज
आगरा। आवास विकास कालोनी सेक्टर तीन व चार, यूपीएसआइडीसी रोड सहित शहर के कई क्षेत्रों में सीवर और पानी की लाइन बिछाई जा रही है। खोदाई के दौरान मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। मिट्टी उड़ रही है। पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। इसके चलते वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में बढ़ोतरी हो रही है। शुक्रवार को शहर का एक्यूआइ 186 पहुंच गया। एक माह के बाद संजय प्लेस के बदले आवास विकास कालोनी सेक्टर तीन सबसे आगे रहा। यहां का एक्यूआइ 256 रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार सबसे कम एक्यूआई शास्त्रीपुरम का 134 रहा। संजय प्लेस का 207, मनोहरपुर दयालबाग 176, आवास विकास कालोनी सेक्टर तीन-बी 256, शास्त्रीपुरम 180, रोहता, 134 और शाहजहां गार्डन का एक्यूआई 165 रहा।
हवा में प्रदूषण और धूल कण बढ़ने से अस्थमा रोगी परेशान हैं। ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। दरअसल आगरा में दीपावली के बाद अचानक से वायु गुणवत्ता की स्थिति खराब हो गई है। इसके पीछे कारण आतिशबाजी और शहर में जगह-जगह चल रही खोदाई है। खोदाई में मानकों के अनुरुप काम न होने के चलते धूल उड़ती है। शुक्रवार सुबह नौ बजे एक्यूआई 174 दर्ज किया गया। आगरा में सबसे ज्यादा आवास विकास कॉलोनी सेक्टर तीन बी की स्थिति खराब है।
वहीं, मौसम में भी बदलाव हो गया है। सुबह धुंध छाई हुई थी। मौसम विभाग का अनुमान है कि तापमान 31 डिग्री तक रहेगा। शुक्रवार सुबह आठ बजे 21 डिग्री सेल्सियस तापमान था। वहीं, गुरुवार का अधिकतम तापमान 32 डिग्री दर्ज किया गया। ओपीडी में सांस लेने की तकलीफ वाले मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इसके साथ आंखों में जलन, गले में खराश और नाक बहने की समस्या वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। एसएन मेडिकल कॉलेज के टीबी और चेस्ट रोग विभाग के डॉ. जीबी सिंह का कहना है कि अस्थमा मरीज अपना विशेष ख्याल रखें। दवा समय पर लें। अपने डॉक्टर से मिलकर डोज एडजस्ट करवा लें। मास्क पहनकर रहें। धूल में जाने से बचें।
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