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सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज के संविदाकर्मी भूख हड़ताल पर

  • नई बसों के संचालन और पूरे प्रदेश में कार्मिकों के लिए समान सेवा नियमावली लागू करने की मांग



आगरा 05 जनवरी 2023। फाउंड्री नगर बस डिपो में गुरुवार से सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज  संविदाकर्मियों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी। कर्मचारियों का कहना है कि कई बार प्रदर्शन करने बाद भी उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं। मजबूर होकर वे भूख हड़ताल पर बैठे हैं। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के बैनर तले संविदा कर्मी हड़ताल कर रहे हैं। कर्मचारियों की मांग है कि नगरीय सेवाओं के आगरा- मथुरा डिपो में 100-100 बसें उपलब्ध कराई जाएं। जब तक नई बसें उपलब्ध नहीं, तब तक पूर्व से संचालित दोनों डिपो की सभी बसों को संचालित किए जाए। लखनऊ नगर बस में कार्मिकों पर जो नियम प्रभावी हैं, उन्हें यहां आगरा- मथुरा नगर बस के कार्मिकों पर प्रभावी किया जाए। कोविड-19 से लेकर अब तक नियम विरुद्ध सेवा से पृथक किए गए कार्मिकों को सेवा में वापस लिया जाए। नगर विकास विभाग द्वारा संविदा और आउट सोर्स कार्मिकों के लिए सेवा नियमावली जारी कर समान रूप से पूरे प्रदेश के कार्मिकों पर प्रभावी किया जाए। दरअसल वर्ष 2005 से वर्तमान तक संचालित समस्त नगरीय परिवहन सेवाओं में कार्यरत संविदाकर्मी चालक, परिचालक, पीआरडी, आउटसोर्स कार्मिकों के सामने बसों की कमी और अव्यवहारिक सेवा शर्तों के चलते रोजगार का संकट है। रोजगार सरंक्षण के लिए कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं। 

आगरा सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज शाखा के अध्यक्ष सूरज पचौरी, मंत्री अतुल कुमार, सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज मथुरा शाखा के अध्यक्ष राजवीर सिंह चौधरी मंत्री ठा. राजवीर सिंह समेत राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद शाखा इकाई के संविदा कर्मी हड़ताल पर बैठे हुए हैं। कर्मचारियों ने बताया कि परिवहन निगम द्वारा सन 2005 से संविदा, पीआरडी और आउट सोर्स के माध्यम से कार्मिक भर्ती कर नगरीय परिवहन सेवाएं संचालित हुई थीं। इस व्यवस्था में सेवारत कार्मिकों के सामने सेवा के लिए बिना कोई विकल्प प्रस्तुत किए निगम ने वर्ष 2010 में बसें स्थानांतरित कर दीं। इसी वर्ष एसपीवी का गठन कर एवं घाटे की भरपाई के लिए डीयूटीएफ नामक फंड नगर विकास विभाग द्वारा स्थापित कर अब तक संचालित कराया जा रहा है। पूर्व से संचालित बसों का किलोमीटर एवं समय पूर्ण हो चुका है, उनकी नीलामी के लिए पिछले दिसम्बर में गजट हो चुका है।

सरकार नई बसें पीएमआई की भांति प्राइवेट कंपनी की बसें संचालित कराने की योजना बन रही है। इससे आगरा-मथुरा नगर बस में सेवारत संविदा, पीआरडी और आउटसोर्स कार्मिक बेरोजगार हो जाएंगे। लगभग 17 वर्षों से अब तक सेवारत कार्मिकों के सामने भविष्य एवं परिवार बच्चों के भरण पोषण के लिए संकट खड़ा हो जाएगा।

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