- डिप्टी सीएम की सख्त के बाद हरकत में आया विभाग
- यमुनापार और धनौली क्षेत्र में ज्यादा सक्रिय रहीं टीमें
![]() |
यमुनापार स्थित मंगलम हॉस्पीटल में सील लगाते डिप्टी सीएमओ। |
आगरा। नरीपुरा स्थित आर मधुराज हॉस्पिटल में अग्निकांड के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के सख्त निर्देश का असर गुरुवार को दिखा। स्वास्थ्य विभाग की 12 टीमों ने बेसमेंट में संचालित हॉस्पिटलों पर कार्रवाई की। करीब आधा दर्जन हॉस्पिटलों को सील कर दिया। बता दें कि कार्रवाई में यमुनापार के साथ ही धनौली एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के हॉस्पिटल शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यमुनापार स्थित चैतन्य हॉस्पिटल, राधारानी हॉस्पिटल, मंगलम हॉस्पिटल और संगम हॉस्पिटल को सील कर दिया। मरीजों को दूसरी हॉस्पिटलों में भर्ती कराया गया है। मंगलम हॉस्पिटल में रजिस्ट्रेशन भी नहीं है। इसके चलते बेसमेन्ट व हॉस्पिटल सील किया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम आने की सूचना पर धनौली क्षेत्र के रघुवंशी हॉस्पिटल में मरीज को कैद कर लिया गया।
एसीएमओ जैन ने खुलवाया दरवाजा। मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया। यमुनापार में स्वास्थ्य विभाग की चार टीम काम कर रही हैं, जिसमें राधारानी हॉस्पिटल को भी सील किया गया है। टीम ने कई अस्पतालों की जांच की। संगम हॉस्पिटल बेसमेंट में संचालित था। साथ ही उसमें फायर सिस्टम की सुविधा न होने पर सील लगाई गई। हॉस्पिटल में तीन मरीज भर्ती थे, जिसमें से एक मरीज की छुट्टी हॉस्पिटल के द्वारा कर दी गई। वहीं दो मरीज की शिफ्टिंग को दो दिन का समय दिया गया है। सिटी मेडिकेयर सेंटर की मान्यता आयुर्वेद में थी, लेकिन उसके बोर्ड पर मेडिकोज, एमबीबीएस चिकित्सकों के नाम दर्ज थे। बावजूद इसके शटर गिरा दिए गए। टीम ने फिलहाल इस पर सील नहीं लगाई है। इसका दूसरे हॉस्पिटल वाले ने विरोध किया। उन्होंने उसे सील करने की मांग उठाई। इस पर एसीएमओ से जिरह भी चलती रही।
52 हास्पिटल में नहीं हैं आग बुझाने के इंतजाम
आगरा। कोरोना काल में कोविड मेडिकल कालेज-अस्पताल बनाए गए 52 हॉस्पिटलों का फायर सेफ्टी ऑडिट करने के बाद अगस्त में अग्निशमन विभाग ने लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग को सूची भेजी थी। पिछले साल अपर मुख्य सचिव यूपी शासन ने 18 अप्रैल और संयुक्त निदेशक फायर सर्विस ने 19 अप्रैल को कोविड मेडिकल कालेज, अस्पताल को फायर सेफ्टी आडिट करने के निर्देश दिए थे। इनमें कोविड रोगियों को भर्ती करने व वेंटीलेटर की व्यवस्था की गई थी। अग्निशमन विभाग ने 52 हॉस्पिटलों में फायर सेफ्टी ऑडिट कर अग्निशमन सुरक्षा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया था। हॉस्पिटलों में मिली कमियों को दूर कराने के लिए हॉस्पिटलों को कई बार नोटिस दिए गए।
0 टिप्पणियाँ