आगरा 8 जुलाई 2025। सेलिब्रिटीज़ को देखकर अक्सर लगता है कि उनके लिए फिट रहना बहुत आसान होता है, लेकिन इसके पीछे होता है अनुशासन और लगातार की गई मेहनत। हाल ही में मशहूर फिटनेस एक्सपर्ट यास्मीन कराचीवाला ने एक इंटरव्यू में बताया कि सितारे अपनी फिटनेस को लेकर क्यों इतना सजग रहते हैं—क्योंकि उन्हें हर वक्त कैमरे के सामने तैयार रहना होता है। यास्मीन ने आम लोगों के लिए भी कुछ आसान और असरदार हेल्थ टिप्स साझा किए हैं, जो बिना सख्त डाइट या भारी एक्सरसाइज़ के भी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में अपनाए जा सकते हैं। बस थोड़ा समझदारी से खाना और थोड़ा स्मार्ट तरीक़े से एक्टिव रहना — और आप भी रह सकते हैं फिट, हेल्दी और एनर्जेटिक।
समझदारी से करें स्नैकिंग
हमारी डाइट अक्सर तब बिगड़ती है जब हम भूख लगने पर कुछ भी झटपट खा लेते हैं — खासकर सुबह के बीच में या शाम को। यास्मीन ऐसे मौकों पर पोषण से भरपूर स्नैक्स चुनने की सलाह देती हैं। उनकी पसंदीदा चीज़ है – एक मुट्ठी बादाम। बादाम न सिर्फ स्वाद में क्रंची और तृप्त करने वाले होते हैं, बल्कि इनमें ऊर्जा देने वाले तत्व भी भरपूर होते हैं। ये पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराते हैं, जिससे वजन कंट्रोल में रहता है। इसके अलावा, बादाम ब्लड शुगर को संतुलित रखने और दिल की सेहत बेहतर बनाने में भी मददगार होते हैं। इसीलिए, स्मार्ट स्नैकिंग के लिए बादाम एक बेहतरीन रोज़ाना विकल्प हैं।
शरीर को रखें सक्रिय
फिटनेस का मतलब सिर्फ अच्छा दिखना नहीं है, बल्कि शरीर की कार्यप्रणाली को सपोर्ट करना और मेटाबॉलिज़्म को बेहतर बनाना भी है। यास्मीन कहती हैं कि एक्सरसाइज़ वही चुनें जो आपकी दिनचर्या और लाइफस्टाइल से मेल खाती हो — और उसे नियमित रूप से करें। चाहे वह जिम जाना हो, हर दिन के स्टेप्स पूरे करना हो या यास्मीन की पसंदीदा पिलाटेस — सबसे जरूरी है एक्टिव रहना। लगातार मूवमेंट न सिर्फ शरीर को चुस्त रखता है, बल्कि इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाता है और मूड बेहतर करता है। यही वजह है कि एक्टिव रहना कोई विकल्प नहीं, बल्कि एक जरूरत है।
सोच-समझकर खाएं, फिट रहें
फिटनेस सिर्फ एक्सरसाइज़ से नहीं, बल्कि आपकी थाली से शुरू होती है। यास्मीन बताती हैं कि यह बहुत ज़रूरी है कि हम जो कुछ भी खा रहे हैं, उस पर ध्यान दें। इसके साथ ही, प्रोटीन, फैट्स और कार्ब्स जैसे मैक्रोन्यूट्रिएंट्स और विटामिन्स व मिनरल्स जैसे माइक्रोन्यूट्रिएंट्स का संतुलन बनाए रखना भी अहम है। इसका मतलब यह नहीं कि आपको एकदम से अपनी पूरी डाइट बदलनी होगी। शुरुआत छोटे-छोटे बदलावों से करें — जैसे खाने में प्रोटीन से भरपूर चीज़ें जैसे बादाम, मछली, चना या सोया को शामिल करना। आप सीज़नल चीज़ों के साथ थोड़ा प्रयोग भी कर सकते हैं — जैसे सलाद में ताज़े आम के टुकड़े डालना और ऊपर से क्रश किए हुए बादाम छिड़कना। इससे न सिर्फ स्वाद और टेक्सचर बढ़ेगा, बल्कि पोषण भी मिलेगा।
कोई रेस नहीं, यह एक सफर है
यास्मीन के मुताबिक फिट रहने के लिए किसी सख्त डाइट या बेहद कठिन रूटीन की ज़रूरत नहीं है। असली कुंजी है — ऐसा रूटीन चुनना जो मज़ेदार, टिकाऊ और लंबे समय तक अपनाया जा सके। समझदारी से स्नैक करें, हर दिन थोड़ा-बहुत मूवमेंट रखें और अपने शरीर को संपूर्ण पोषण दें। यह किसी ट्रेंड या कुछ हफ्तों की फिटनेस चैलेंज की बात नहीं है, बल्कि एक ऐसी जीवनशैली अपनाने की है जो आपकी सेहत और खुशी को लंबे समय तक बनाए रखे। और यास्मीन के शब्दों में — “खुद से सख्ती न करें, क्योंकि फिटनेस कोई दौड़ नहीं, बल्कि एक सफर है।”
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