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आगरा की लड़कियां हुई सशक्‍त: आईटीआई और कौशल केंद्रों पर 1026 लड़कियों को दी गई सेल्‍फ डिफेंस ट्रेनिंग

  • अब मनचलो की खैर नहीं, सेल्‍फ डिफेंस ट्रेनिंग लेकर लड़कियां बनी सशक्‍त
  • पायलट प्रोजेक्‍ट के तहत यूपी एसडीएम 10 हजार लड़कियों को दे रहा है सेल्‍फ डिफेंस ट्रेनिंग




आगरा, 20 जुलाई 2023 । उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन (यूपीएसडीएम) की ओर से जिले के तीन राजकीय आईटीआई और आठ कौशल केंद्रों में आयोजित तीन दिवसीय सेल्‍फ डिफेंस ट्रेनिंग में 1026 लड़कियों ने हिस्‍सा लिया। संकल्‍प स्‍कीम के तहत आयोजित इस ट्रेनिंग में राजकीय आईटीआई बलकेश्‍वर, राजकीय आईटीआई एतमादपुर और राजकीय आईटीआई फतेहाबाद के अलावा यूपीएसडीएम कौशल केंद्र - एडुगुरु पॉवरिंग यू, श्री साई राजेश्वरी एजुकेशनल सोसाइटी, एक्सेस एडुटेक प्राइवेट लिमिटेड, एसआर लोक शिक्षा समिति, एसआरएस ग्रामीण कौशल विकास सोसायटी (जीडीएम इंटर कॉलेज), मेवाड़ यूनिवर्सिटी (सिल्वरलाइन स्कूल), एसआरएस (जैतकलां) और एसआरएस (खंडौली) की लड़कियां शामिल हुई। इस मौके पर लड़कियों को उन्‍होंने चेन अलार्म, सुरक्षा सीटी, स्प्रे और स्टिंगर युक्त ‘निर्भया किट’ भी दिए है।
    बता दें कि उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन (यूपीएसडीएम) ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत राज्य के 14 जिलों में 10 हजार लड़कियों के लिए सेल्‍फ डिफेंस ट्रेनिंग देने का निर्णय लिया है। जबकि इन्‍हें प्रशिक्षण कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के अंतगर्त कार्यरत स्पोर्ट्स, फिजिकल एजुकेशन, फिटनेस एंड लीजर-स्किल्स काउंसिल (एसपीईएफएल-एससी) की निगरानी में स्किल्‍ड ट्रेनर के द्वारा दी गई थी। इस कार्यक्रम का मकसद लड़कियों को आत्मरक्षा तकनीक और रणनीति सीखाकर उन्‍हें सशक्‍त बनाना है। 
    यूपीएसडीएम के निदेशक, आंद्रा वामसी ने आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि आत्मरक्षा तकनीकों को सीखकर, महिलाएं खुद को बचाने और हमलावरों के खिलाफ लड़ने के लिए आत्मविश्वास और कौशल हासिल कर सकती हैं। छह महीने के इस पायलट प्रोजेक्‍ट से 10,000 बेटियों के जीवन पर सकारात्‍मक प्रभाव पड़ेगा। इस पायलट प्रोजेक्‍ट के बाद यूपी के हर जिले के आईटीआई और यूपीएसडीएम के प्रशिक्षण केंद्रों में यह शुरू किया जाएगा। 
    एसपीईएफएल-एससी के सीईओ तहसीन जाहिद ने कहा कि यह पहल महिलाओं और लड़कियों को सशक्‍त बनाने के उद्देश्‍य से शुरू किया गया है। इस प्रशिक्षण में उन्‍हें तकनीक के साथ कौशल भी सीखाए जा रहे है। यह कार्यक्रम दुनिया की कुछ बेहतरीन युद्ध प्रणालियों की सर्वश्रेष्ठ आत्मरक्षा प्रथाओं और तकनीकों पर आधारित है, और शारीरिक एवं मानसिक फिटनेस के महत्व पर केंद्रित है।

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